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भलाई करना और उदारता दिखाना न भूलो, क्योंकि परमेश्वर अयसे बलिदान से खुश होता है याकूब 13 :16

Tuesday 5 June 2012


  साईट का कार्य  प्रगति में है

"एन कुडुखन हिक्दन " फसबुक का एक ग्रुप है जिसे हम ने ग्रुप की अलग पहचान बनाने के लिए यह साईट बनाया -
special  thanks  for  " blogger " .......................
जिसके माध्यम से हम "एन कुडुखन हिक्दन" ग्रुप की पहचान बना सके ।
Sincerely special thanks for en kudukhan hikdan group members 
जिनकी रूचि को देख कर इस ग्रुप का विस्तार कर सके |
आज कल के परिवेश में कुडुख बच्चे है, जो कुडुख बोलना पसंद नहीं करते, कुडुख सीखना पसन्द नहीं करते।
वे बच्चे कुडुख / उराँव लोगों की संस्कृति को छोड़ कर आज कल बहरी रंग ढंग में खोते चले जा रहे हैं।
हम ये नहीं कहते कि बहरी रंग ढंग में न जाएँ, जाएँ पर अपनी संस्कृति को भी स्मरण रखें
जो बाई बहन कुडुख सीखना चाहते है, उनके लिए हम ने सोंचा की इंडिया के सभी कुडुख बाई बहनों को एक ग्रुप जोड़ा जाए, जिससे हम एक दूसरे से आसानी से कुडुख सीख सकें। यह साईट बने का यही उद्देश्य आज भी है कि हम कुडुख भाषी छेत्रों के लोगों के साथ मेल मिलाप और एक दुसरे से कुडुख सिख सकें, नए कुडुख दोस्त, भाई बहन हो सकते हैं जिनको हम नहीं जानते आप उन्हें भी इस ग्रुप में ज्वाइन करा सकते -
फसबुक के एन कुडुखन हिक्दन ग्रुप में..........!

*आपका छोटा सा योगदान दुनिया भर मे रहने वाले कुडुख भाइयो और बहनों के लिए अविश्वसनिय
उपलब्धि दिला सकता है ! यह मेसेज देने का उद्देश्य, आज कल टेक्नोलोगी के क्षेत्र में नव जवानों और युआ युवा युवतियों के पास आज कल बेहतर मोबाइल कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधा है, आज हम समाज को आगे बढाने और कुडुख भाषा के उन्नति में, एक दुसरे का भरपूर सहयोग दे सकते है हम यू ही एक दुसरे को कुडुख सिखने सिखाने के क्षेत्र में आगे बढ़ाते रहें.


नोट - यह होम पेज समय समय पर बदल दी जाए गी